S400 नष्ट 2024 में भारत के लिए सबक: रूस द्वारा निर्मित दुनिया के नंबर वन ए डिफेंस सिस्टम s400 ट्राय की इतनी ज्यादा बुरी गत कर दी गई है जितनी आप सोच भी नहीं सकते लिटरली इसे मिट्टी में मिला दिया गया है और यह भारत के लिए बड़ी अच्छी खबर है आप कहोगे कि यार सबसे पहले यह बताओ s400 की दुर्गति हुई कहां पर है किसने करी है और दूसरी बात जब इसे मिट्टी में मिला दिया गया है तबाह किया गया है|
तो यह भारत के लिए अच्छी खबर कैसे हो सकती है तो निश्चिंत हिए दोनों चीजें में आपको विस्तार से बताता हूं सबसे पहले यह जान लीजिए कि पूरा मामला है क्या तो दोस्तों पूरा मामला कुछ इस प्रकार से है कि अब से करीबन 14 घंटे पहले ये रिपोर्ट निकल कर सामने आई रूस से कि रूस का जो क्राइम या इलाका है ना स्क्रीन पर आप देखिए लोकेशन में ये है क्राइम या प्रायद्वीप यहां पर रूस ने करीबन चार s400 एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करके रखे हुए थे और इनकी जिम्मेदारी थी कि जो क्राइम का ब्रिज है जिस पर बार-बार हमला हो रहा है स्क्रीन पर आप देखें ये है वो ब्रिज इसका काम है इस पूरे आइलैंड को रूस के मेन लैंड से जोड़ना आपको बता दूं कि वैसे जमीनी तौर पर देखा जाए तो क्राइम जुड़ा हुआ है|
यूक्रेन से और ये यूक्रेन का हिस्सा था 2014 तक लेकिन 2014 में रूस ने एक कार्रवाई करी जिसके तहत यूक्रेन से ये पूरा आइलैंड छीन लिया था और उसके बाद इस क्राइम या को रूस से जोड़ने के लिए ये कर्च ब्रिज बनाया गया था और इस ब्रिज पर जब से रूस यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ है यूक्रेन ने कई हमले किए हैं क्योंकि वो इस कनेक्टिविटी को तोड़ना चाहता है और इसमें यूक्रेन सफल भी हुआ है|
बार-बार इसे डैमेज पहुंचाया गया है कई बार तो यह महीनों के लिए ठप भी पड़ चुका है इसीलिए इसकी सुरक्षा के लिए s400 एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए गए थे क्योंकि ये वर्ल्ड का सबसे बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम है इसके अलावा यहीं पर रूस का एक सवस्ता पोल पोर्ट है जिसके पास ही दज कोइन नाम की एक एयरफील्ड है यानी कि एक सैन्य बेस है यहां पर भी इनमें से दो बैटरी तैनात की गई थी s400 की|
तो अब हुआ यह कि अब से करीबन 14 घंटे पहले यूक्रेन ने एक बड़ी स्ट्राइक करी इस पूरे क्राइम या के अलग-अलग ठिकानों पर जहां पर यह s400 तैनात किए गए थे और आप जानकर हैरान होंगे कि ये चारों ही s400 ए डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिए गए हैं स्क्रीन पर आप देख सकते हैं अब तक की जो लेटेस्ट खबर है उसके अनुसार कम से कम चार s400 तबाह कर दिए गए हैं कुछ s400 ऐसे भी बताए जा रहे हैं जिन्हें डैमेज पहुंचा है लेकिन चार तो ऐसे हैं जो बिल्कुल मटिया मेट हो चुके हैं इसके अलावा तीन ऐसे रडार डिटेक्शन सिस्टम थे जिन्हें तबाह कर दिया गया है|
इसके अलावा एयर डिफेंस कमांड एंड कंट्रोल जो सेंटर था यानी कि जहां से इस पूरे इलाके के एयर स्पेस को कंट्रोल किया जाता था उस कमांड सेंटर को डिस्ट्रॉय कर दिया है इसके अलावा फंडामेंटल एम नाम की जो एयर स्पेस सर्विलांस इक्विपमेंट्स थे उन्हें भी पूरी तरीके से नष्ट कर दिया गया है और बताया जा रहा है कि नुकसान इससे भी ज्यादा बड़ा हो सकता है क्योंकि इस हमले से खुद रूस भी सदमे में है उसके जो अधिकारी हैं व अभी इवेलुएट कर रहे हैं कि और क्या-क्या नुकसान हुआ है|
इससे आप अंदाजा लगाइए कि यूक्रेन ने कितना बड़ा हमला यह अंजाम दिया है तो खैर अब आप जान चुके हैं कि यह घटना क्या है और किसने रूस के s400 सिस्टम को डिस्ट्रॉय किया है लेकिन सवाल ये उठता है कि ये भारत के लिए अच्छी खबर है क्यों तो अच्छी खबर इसलिए है कि देखिए दुनिया के जितने भी टॉप ए डिफेंस सिस्टम है चाहे वो इजराइल का आयरन डोम हो या फिर डेविड स्लिंग्स हो इसके अलावा अमेरिका का थर्ड हो या फिर पैट्रियोट हो इन सभी ए डिफेंस सिस्टम की कमियां और खामियां सब भी देशों को पता है क्यों क्योंकि ये बैटल टेस्टेड है इन्हें असल में युद्ध के मैदान में आजमाया जा चुका है|
और इसीलिए दुश्मनों के साथ-साथ इजराइल अमेरिका को भी पता है कि उनके एयर डिफेंस सिस्टम में कहां कमी आती है कहां वो मार खाते हैं और इसीलिए उन कमियों को कंपनसेटर लेते हैं इजराइल अमेरिका एडिशनल मेजर अपनाकर वो या तो इन कमियों को दूर कर देते हैं या फिर रणनीति ऐसी बनाते हैं कि दुश्मन इन कमियों को एक्सप्लोइट नहीं कर पाता इनके खिलाफ इन कमियों का फायदा नहीं उठा पाता s400 के साथ दिक्कत यह थी यह सबसे ताकतवर शेर तो था|
लेकिन ऑन पेपर यानी कि कागजी शेर था अभी तक इसे आजमाया नहीं गया था लेकिन अब यूक्रेन युद्ध के दौरान इसे कई बार नष्ट किया जा चुका है पिछले अगर 6 महीनों का देखें तो कम से कम आधा दर्जन s400 नष्ट हो चुके हैं ऐसे में इसे अब युद्ध के मैदान में आजमाया जा रहा है और युद्ध के मैदान में इसकी कमियां और खामियां बाहर निकल कर सामने आ रही है|
और जैसा कि भारत के जितने भी आर्मी चीफ हैं सब सब कह चुके हैं कि हम रूस यूक्रेन युद्ध से बहुत ज्यादा सीख रहे हैं और इसीलिए जब-जब s400 नष्ट होता है तो भारत भी इस बात को एनालाइज करता है कि किन कारणों की वजह से s400 को नष्ट किया जा रहा है कौन सी वो कमियां है जिनकी वजह से s400 नष्ट हो रहे हैं यह भारत के लिए बहुत बड़ी लर्निंग है और जैसे-जैसे भारत सीख रहा है|
भविष्य में हम s400 की उन कमियों को या तो दूर करेंगे या उन्हें कंपनसेटर एडिशनल मेजर अपनाकर या फिर इनके साथ कुछ और छोटे एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करके और इसीलिए आप सभी लोगों को खुशी होनी चाहिए इस बात की कि s400 रूस में नष्ट हो रहे हैं क्योंकि मान लीजिए रूस यूक्रेन युद्ध नहीं हुआ होता तो s400 कभी अमाया ना गया होता असल वॉर लाइक सिचुएशन में और कल को पाकिस्तान या फिर चीन के साथ हमारा युद्ध होता तो फिर हम युद्ध के मैदान में फंस जाते क्योंकि इन कमियों का फायदा उठाकर यह हमारे s400 नष्ट करते|
इसीलिए यह हमारे लिए एक तरीके का वरदान है जैसा कि हमारे यहां तो कहा भी जाता है कि खुद ठोकर खाकर सीखना एक अच्छी बात हो सकती है लेकिन दूसरे को ठोकर खाकर उससे सीखना यह सबसे ज्यादा चालाकी की बात है इससे अच्छी बात कुछ हो ही नहीं सकती भारत यही कर रहा है रूस जहां-जहां ठोकर खा रहा है उससे हम सीख रहे हैं क्योंकि हमारी सेना में 60 टू 65 पर जो वेपन हैं वो रशियन मेड हैं इसीलिए असल युद्ध तो रूस यूक्रेन में लड़ा जा रहा है लेकिन एक युद्ध भारतीय रक्षा विशेषज्ञों के मन में हो रहा है|
Jai Hind !